दूर हो कर भी वो यहीं कहीं है |
मेरे दिल की आवाज़,
क्या उसने सुनी है?
कुछ बात है,
जो कही-अनकही है |
वो मेरे ख्वाबों,
खयालों में रमी है |
कुछ कमी है............
दूर हो कर भी वो यहीं कहीं है |
जिंदगी की रफ्तार भी,
कुछ थमी है |
रिश्ता है दोस्ती का,
बंदगी भी नहीं है |
जाने-अनजाने में,
वो कुछ खास बनी है |
कुछ कमी है............
दूर हो कर भी वो यहीं कहीं है |
हमारी कहानी,
नयी तो नहीं है |
हर धड़कन की यह,
पहेली बनी है |
इस पहेली में कही खुशी,
तो दर्द कहीं है |
एक एहसास है,
पर शायद उसे नहीं है |
कुछ कमी है............
दूर हो कर भी वो यहीं कहीं है |
Date:21|12|2006
8 comments:
आपका ब्लाग जगत में स्वागत है।
नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!
पढिए एक प्रेम कहानी
chhaa gaye yar baba tum to .....
awesome....
GG, a simple yet wonderfully lyrics! Nice one....!
खूबसूरत रचना....
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Phod dala is baar to :D
मंगलवार 13 जुलाई को आपकी रचना ... चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर ली गयी है आभार
http://charchamanch.blogspot.com/
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Badiya hai. pyaar hua hai ji aapko.
Iske liye Aapko badhaai.
@ virendra: lagta hai aapne baaki nahi padheen.. niche ki ek do aur padh lete toh aisa na kehte :)
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