Monday, July 12, 2010

कुछ कमी है.....


कुछ कमी है............
दूर हो कर भी वो यहीं कहीं है |
मेरे दिल की आवाज़,
क्या उसने सुनी है?
कुछ बात है,
जो कही-अनकही है |
वो मेरे ख्वाबों,
खयालों में रमी है |
कुछ कमी है............
दूर हो कर भी वो यहीं कहीं है |

जिंदगी की रफ्तार भी,
कुछ थमी है |
रिश्ता है दोस्ती का,
बंदगी भी नहीं है |
जाने-अनजाने में,
वो कुछ खास बनी है |
कुछ कमी है............
दूर हो कर भी वो यहीं कहीं है |

हमारी कहानी,
नयी तो नहीं है |
हर धड़कन की यह,
पहेली बनी है |
इस पहेली में कही खुशी,
तो दर्द कहीं है |
एक एहसास है,
पर शायद उसे नहीं है |
कुछ कमी है............
दूर हो कर भी वो यहीं कहीं है |

Date:21|12|2006

8 comments:

ब्लॉ.ललित शर्मा said...

आपका ब्लाग जगत में स्वागत है।
नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

पढिए एक प्रेम कहानी

shashi shekhar said...

chhaa gaye yar baba tum to .....
awesome....

Anand said...

GG, a simple yet wonderfully lyrics! Nice one....!

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

खूबसूरत रचना....

कमेंट्स की सेट्टिंग से वर्ड वेरिफिकेशन हटा दें...टिप्पणी करने में सरलता होगी

Ankita said...

Phod dala is baar to :D

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

मंगलवार 13 जुलाई को आपकी रचना ... चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर ली गयी है आभार

http://charchamanch.blogspot.com/

कमेंट्स की सेटिंग से वर्ड वेरिफिकेशन हटा दें...टिप्पणी देने वालों को आसानी हो जायेगी

वीरेंद्र सिंह said...

Badiya hai. pyaar hua hai ji aapko.

Iske liye Aapko badhaai.

Gaurav said...

@ virendra: lagta hai aapne baaki nahi padheen.. niche ki ek do aur padh lete toh aisa na kehte :)